क्या इसकी स्थितियां फल देने लायक थी ?-
लखनऊ: आज की विशेष प्रस्तुति में प्रस्तुत है एक प्राकृतिक और प्रेरणादायक पपीते का फोटो और उस फोटो पर एक गीत:
क्या इसकी स्थितियां फल देने लायक थी ?
ये जीवित रह लेता यही बड़ी बात थी समस्याएं सब के पास हैं
उनसे लड़ना पड़ता है जूझना पड़ता है संघर्ष करना पड़ता है.!
रो रो कर जीने वालों को यह पौधा गजब की अक्ल दे गया,
जब खुद जीना मुश्किल था ,फिर भी दुनियाँ को फल दे गया।।
ट्वीट कर उक्त प्रस्तुति में प्रेरणादायक शब्दों को और पेड़ को तराशा है स्वतंत्र पत्रकार और संपादक कलमकार अनिल श्रीवास्तव ने ।
क्या इसकी स्थितियां फल देने लायक थी ?
— ✍️ कलमकार 20K (@writer7368) July 10, 2023
ये जीवित रह लेता यही बड़ी बात थी समस्याएं सब के पास हैं
उनसे लड़ना पड़ता है जूझना पड़ता है संघर्ष करना पड़ता है.!
रो रो कर जीने वालों को यह पौधा गजब की अक्ल दे गया,
जब खुद जीना मुश्किल था ,फिर भी दुनियाँ को फल दे गया।। pic.twitter.com/5EtYnUZabd
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(फोटो साभार: ट्विटर / मल्टी मीडिया)
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