रक्षा मंत्रालय ने आयुष मंत्रालय के साथ 37 छावनी और 12 एएफएमएस सैन्य अस्पतालों में आयुर्वेद केंद्र शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
नई-दिल्ली (PIB): रक्षा मंत्रालय ने आयुष मंत्रालय के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें पहला एमओयू 37 छावनी अस्पतालों में आयुर्वेद केंद्र शुरू करने के लिए है। वहीं, दूसरा समझौता ज्ञापन सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) के 12 सैन्य अस्पतालों में आयुर्वेद केंद्र शुरू करने के संबंध में है। इन समझौता ज्ञापनों पर 20-22 अप्रैल, 2022 तक गुजरात के गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय विशाल समारोह वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन समारोह के दौरान भव्य सभा को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक भी मौजूद थे।
इन समझौता ज्ञापनों पर आयुष मंत्रालय के विशेष सचिव श्री प्रमोद कुमार पाठक, डीजीएएफएमएस सर्जन वाइस एडमिरल रजत दत्ता और रक्षा संपदा की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती सोनम यांगडोल ने हस्ताक्षर किए
इस कदम से छावनियों में रहने वालों के साथ-साथ इन अस्पतालों पर निर्भर सशस्त्र बलों के कर्मियों के परिवारों व नागरिकों को आयुर्वेद की अच्छी तरह से स्थापित और समय पर जांच की गई चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी। ये आयुर्वेद केंद्र 1 मई, 2022 से पूरे देश में काम करना शुरू कर देंगे।
37 छावनी अस्पतालों की सूची देखने के लिए यहां क्लिक करें
.jpg)
.jpg)

.jpg)



10.jpg)
![अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस- 01मई 2018: मजदूरों का शोषण - मानवता का उपहास - [रेल सेवक संघ]](http://www.swatantrabharatnews.com/uploads/images/10985359_750498361715733_4743675663368666332_n.jpg)
15.jpg)