
भारत में महत्वपूर्ण प्रमुख केएसएम/डीआई और एपीआई के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 48 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई: रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय
उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य महत्वपूर्ण दवाओं के निर्माण में प्रयुक्त महत्वपूर्ण एपीआई की आपूर्ति में व्यवधान से बचने को ये उपाय किए गए
नई दिल्ली (PIB): भारत में प्रमुख प्रारंभिक सामग्रियों (केएसएम) / औषधि मध्यवर्ती (डीआई) और सक्रिय औषधि अवयवों (एपीआई) के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन-संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के अंतर्गत 48 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। योजना के अंतर्गत आवेदकों/लाभार्थियों का विवरण अनुलग्नक में दिया गया है।
इस योजना का उद्देश्य महत्वपूर्ण दवाओं को बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले महत्वपूर्ण सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) की आपूर्ति में व्यवधान से बचना है, जिनके लिए एकल स्रोत पर अत्यधिक निर्भरता के कारण आपूर्ति व्यवधान जोखिम को कम करके कोई विकल्प नहीं है। पीएलआई योजना के तहत उत्पादन शुरू होने से पहले योजना के तहत अधिसूचित और अनुमोदित उत्पाद मुख्य रूप से आयात किए गए थे। दिसंबर 2024 तक छह साल की अवधि में 3,938.5 करोड़ रुपए की निवेश प्रतिबद्धता के मुकाबले, इस योजना के तहत पहले ही 4,254 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। योजना के परिणामस्वरूप, योजना की शुरुआत से दिसंबर 2024 तक की अवधि में 1,556 करोड़ रुपए की संचयी बिक्री दर्ज की गई है, जिसमें 412 करोड़ रुपए का निर्यात शामिल है, जिससे 1,144 करोड़ रुपए के आयात से बचा जा सका।
योजना की शुरूआत और इसके अंतर्गत आवेदन आमंत्रित करने के विभिन्न दौरों के समय जागरुकता बढ़ाने और योजना में भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय किए गए, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- उद्योग संघों और संभावित आवेदकों के साथ वेबिनार और हितधारक परामर्श बैठकें आयोजित करना;
- प्रेस विज्ञप्ति, विस्तृत दिशा-निर्देश, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) के रूप में स्पष्टीकरण और उनके उत्तर तथा आधिकारिक वेबसाइटों पर योजना अधिसूचनाएं जारी करना;
- सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से नियमित पहुंच;
- योजना पोर्टल के माध्यम से समर्पित हेल्पडेस्क समर्थन और प्रश्न समाधान तंत्र का प्रावधान; और
- प्रेस विज्ञप्ति जारी करना और उसे सरकारी वेबसाइटों पर डालना।
अनुलग्नक
भारत में महत्वपूर्ण केएसएम/डीआई/एपीआई के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई योजना के अंतर्गत आवेदकों/लाभार्थियों के बारे में विवरण
क्र. सं. |
आवेदक का नाम |
स्वीकृत उत्पाद |
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लाइफियस फार्मा प्राइवेट लिमिटेड |
पेनिसिलिन जी |
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कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड |
7 एसीए |
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किनवन प्राइवेट लिमिटेड |
क्लैवुलैनिक एसिड |
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ऑर्किड बायो-फार्मा लिमिटेड |
7 एसीए |
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मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल लिमिटेड |
रिफैम्पिसिन |
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नेचुरल बायोजेनेक्स प्राइवेट लिमिटेड |
बिटामेथासोन |
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नेचुरल बायोजेनेक्स प्राइवेट लिमिटेड |
डेक्सामेथासोन |
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नेचुरल बायोजेनेक्स प्राइवेट लिमिटेड |
प्रेडनिसोलोन |
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सिम्बियोटेकफार्मालैब प्राइवेट लिमिटेड |
प्रेडनिसोलोन |
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एम्मेन्नार फार्मा प्राइवेट लिमिटेड |
1,1 साइक्लोहेक्सेन डायएसिटिक एसिड (सीडीए) |
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ग्रैन्यूल्स इंडिया लिमिटेड |
डाइसायनडायमाइड (डीसीडीए) |
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हिंडिस लैब प्राइवेट लिमिटेड |
1,1 साइक्लोहेक्सेन डायएसिटिक एसिड (सीडीए) |
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मेघमणि एलएलपी |
पैरा एमिनो फिनोल |
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साधना नाइट्रो केम लिमिटेड |
पैरा एमिनो फिनोल |
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अल्टा लैबोरेटरीज लिमिटेड |
एस्पिरिन |
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अमोली ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड |
डाइक्लोफेनाक सोडियम |
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अनासिया लैब प्राइवेट लिमिटेड |
लोसार्टन |
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अनासिया लैब प्राइवेट लिमिटेड |
ओल्मेसार्टन |
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आंध्र ऑर्गेनिक्स लिमिटेड |
ओल्मेसार्टन |
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आंध्र ऑर्गेनिक्स लिमिटेड |
सल्फाडियाज़िन |
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आंध्र ऑर्गेनिक्स लिमिटेड |
टेल्मिसर्टन |
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अविरन फार्माकेम प्राइवेट लिमिटेड |
आर्टिसुनेट |
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सेंट्रिएंट फार्मास्यूटिकल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड |
एटोरवास्टेटिन |
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दसामी लैब प्राइवेट लिमिटेड |
कार्बमेज़पाइन |
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दसामी लैब प्राइवेट लिमिटेड |
ओक्स्कार्बज़ेपिंन |
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ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड |
ओफ़्लॉक्सासिन |
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ग्लोबेला इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड |
नॉरफ्लोक्सासिन |
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ग्लोबेला इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड |
ओफ़्लॉक्सासिन |
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हेज़ेलो लैब प्राइवेट लिमिटेड |
विटामिन बी6 |
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हेटेरो ड्रग्स लिमिटेड |
कार्बिडोपा |
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हेटेरो ड्रग्स लिमिटेड |
लीवोडोपा |
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हेटेरो ड्रग्स लिमिटेड |
लिवोफ़्लॉक्सासिन |
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हेटेरो ड्रग्स लिमिटेड |
ओक्स्कार्बज़ेपिंन |
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हिंडिस लैब प्राइवेट लिमिटेड |
ऐसीक्लोविर |
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ऑनर लैब लिमिटेड |
लेवेटिरेसेटम |
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ऑनर लैब लिमिटेड |
लोपिनावीर |
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ऑनर लैब लिमिटेड |
वाल्सार्टन |
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ऑनर लैब लिमिटेड |
विटामिन बी6 |
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केपी मनीष ग्लोबल इंग्रीडिएंट्स प्राइवेट लिमिटेड |
आर्टिसुनेट |
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क्रिएटिव एक्टिव्स प्राइवेट लिमिटेड |
डाइक्लोफेनाक सोडियम |
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लाइफटेक साइंसेज |
रिटोनावीर |
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एमएसएन लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड |
लिवोफ़्लॉक्सासिन |
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राजस्थान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड |
मेरोपेनम |
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आरएमसी परफॉर्मेंस केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड |
एस्पिरिन |
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सुदर्शन फार्मा इंडस्ट्रीज लिमिटेड |
विटामिन बी1 |
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सुदर्शन फार्मा इंडस्ट्रीज लिमिटेड |
विटामिन बी6 |
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वाइटल लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड |
लिवोफ़्लॉक्सासिन |
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वाइटल लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड |
ओफ़्लॉक्सासिन |
यह जानकारी केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने राज्यसभा में दी।
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