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भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी), नौसेना और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने कोच्चि के पास आग से प्रभावित सिंगापुर के जहाज को स्थिर करने के लिए अत्यिधिक जोखिमपूर्ण अभियान चलाया: रक्षा मंत्रालय
नई दिल्ली (PIB): सिंगापुर के पोत एमवी वान हाई 503 में लगी आग बुझाने और बचाव अभियान में, भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर 13 जून, 2025 को संकटग्रस्त कंटेनर पोत के टो को समुद्री टग ऑफशोर वॉरियर में सफलतापूर्वक स्थानांतरित कर दिया।
आईसीजी ने कई दिनों तक पोत को केरल तट से दूर रखा था लेकिन मौसम की स्थिति में अचानक प्रतिकूल बदलाव और तेज पश्चिमी हवाओं के कारण यह तेजी से तटरेखा की ओर जा रहा था।
प्रतिकूल मौसम जिसने हवाई अभ्यान को सीमित कर दिया और बचाव दल के बोर्डिंग में देरी के बावजूद 13 जून को कोच्चि से उड़ान भरने वाले नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर ने अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बचाव दल के सदस्यों को जहाज पर सफलतापूर्वक उतारा। इसके बाद बचाव दल कोच्चि के तट से लगभग 20 समुद्री मील दूर ऑफशोर वॉरियर से 600 मीटर की रस्सी जोड़ने में सफल रहा। पोत को अब 1.8 समुद्री मील की गति से पश्चिम की ओर खींचा जा रहा है और यह लगभग 35 समुद्री मील दूर है।
तीन आईसीजी अपतटीय गश्ती पोत कंटेनर जहाज को एस्कॉर्ट कर रहे हैं और आग बुझाने में लगे हुए हैं। वर्तमान में, जहाज पर केवल घना धुआँ और कुछ अलग-अलग हॉटस्पॉट बचे हैं जो आईसीजी के प्रभावी अग्निशमन प्रयासों का प्रमाण है जिसने एक बड़ी पर्यावरणीय आपदा को टालने में मदद की है।
आईसीजी नौवहन महानिदेशालय के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जहाज भारतीय तटरेखा से कम से कम 50 समुद्री मील की दूरी पर रहे, जब तक कि इसके मालिकों द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार इस बारे में निर्णय नही लिया जाता है।
अतिरिक्त अग्निशमन टगों के आने से स्थिति के और स्थिर होने की उम्मीद है।
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